माणिक्य की विशेषता (Speciality of Rubies)
माणिक्य का लाल रंग की आभा लिये होता है.यह अन्य रंगों जैसे गुलाबी, काला और नीले रंग में भी पाया जाता है.यह अत्यंत कड़ा होता है.पृथ्वी पर पाये जाने वाले खनिजों में सिर्फ हीरा ही इससे कठोर होता है.जो माणिक्य सूर्य की पहली किरण पड़ने पर लाल रंग बिखेरता है वह सर्वोत्तम होता है.उत्तम माणिक्य की पहचान है कि अगर इसे दूध में 100 बार डुबोते हैं तो दूध मे भी माणिक्य की आभा दिखने लगती है.अंधेरे कमरे में रखने पर यह सूर्य के समान प्रकाशमान होता है.इसे पत्थर पर रगड़े तो इसपर घर्षण के निशान आ जाते हैं लेकिन वजन में कमी नहीं आती है.
माणिक्य धारण करने से लाभ (Benefit of wearing Ruby)
माणिक्य को प्रेम का रत्न भी कहा जाता है क्योकि इसे धारण करने से मन में उत्साह और उमंग बढ़ता है.यह मायूसी और उदासीनता को दूर करता है.ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह प्रेत बाधा से मुक्ति प्रदान करने वाला होता है.इस रत्न को धारण करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है.आर्थिक परेशानी की स्थिति में यह धन प्रदायक होता है.माणिक्य धारण करने वाला व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठित होता है.मान्यताओ के अनुसार जो व्यक्ति इसे धारण करता है उसके ऊपर संकट आने पर इसका रंग फीका हो जाता है और संकट टल जाने पर पुन: इसकी आभा लौट आती है.माणिक्य के विषय में यह भी मान्यता है कि यह जहर के प्रभाव को कम करता है एवं जहरीली चीज़ पास होने पर इसक रंग फीका पड़ जाता है.
मूंगा की विशेषता (Characteristics of Coral)मूंगा गुलाबी, काला, सुनहरे रंग का भी पाया जाता है परंतु आमतौर पर जो मूंगा पाया जाता है वह लाल रंग का होता है.लाल मूंगा स्त्रियों के लिए बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है.इस रत्न को बहुत ही शुभ कहा गया है.प्राचीन रोमनवासी इसे अलंकार के अलावा तावीज़ के रूप में भी धारण करते थे क्योंकि यह रत्न व्यक्ति में साहस और वीरता का संचार करने वाला होता है.
मूंगा धारण करने से लाभ (Benefits of wearing Coral)मान्यताओं के अनुसार सुहागिन स्त्रियों को मूंगा धारण करने से सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है.जिन लोगों को रात में बुरे बुरे सपने आते हैं और भूत प्रेत का भय होता है उन्हें मूंगा धारण करने से लाभ होता है.जिनकी कुण्डली में मंगल कमजोर अथवा पीड़ित होता है उन्हें मूंगा धारण करने से कई प्रकार की परेशानियों से राहत मिलती है.मूंगा के विषय में प्रचलित मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति इसे धारण करता है वह अगर रोग से पीड़ित होता है तो इसके रंग में बदलाव आने लगता है, जो व्यक्ति के स्वस्थ होने पर पुन: वास्तविक रंग में लौट आता है.बौद्ध अभिलेखों में मूंगा के विषय में कहा गया है कि यह मानसिक रोग को दूर करने वाला है.यह बौद्धिक क्षमता को बढ़ता है.मूंगा का ताबीज रक्त स्राव को रोकने में कारगर होता है.
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